"ज़रुरी नहीं आँखों से बरसात हो हमेशा मिलें और तुमसे मुलाक़ात हो महसूस करो मेरे होने को कोशिश करो मेरा भी कोई वजूद हो" नव... [...]
जाते जाते पहली बार कुछ ऐसा हुआ जिसमें सभी का साथ मिला....दिल में थोडा डर था पर फिर भी वर्ल्ड कप का जोश था, कितने महीनों से अपने पत्रकारिता ए... [...]
हर बार मेरे विचारों, मेरी कहानी की उपज ऑटो में बैठे-बैठे होती है तो इस लेख की उपज का कारण भी ऑटो ही है.....आज जब यूनिवर्सिटी से लौट रही थी त... [...]