कोई ख्वाब आँखों में सजाया था मैंने, कोई सपना शायद जगाया था मैंने... उम्मीद की थी शायद किसी तारे कि, दूर रहकर यूँही पास आने कि I... [...]

पिछले दो सालों में लखनऊ कि सडको पर लगभग  52.21%  ट्रैफिक लोड बढ़ गया है अगर यही हाल रहा तो ट्रैफिक समस्याएं चार गुनी बढ़ जाएंगी जिसका समाधान... [...]

मैंने चाहा सुलझाना,  अनसुलझे प्रश्नों को I कौंध रहा अंतर में मेरे,  दुत वेग से रह-रह कर जो I I क्यों होते हैं यह रिश्त... [...]

  एक खूबसूरत गीत उनके लिए जिन्हें मैंने छोटी सी ख़ुशी में मुस्कुराते देखा, ज़िन्दगी के कडवे सच से लड़ते हुए जीतते देखा I कितने ही कानून, कित... [...]

 मुदे ताई पीनी है.. .  एक प्याला चाय और उसके हजारों नाम...उत्तर प्रदेश के मुहल्लों में नामक कि पतली चाय, हरयाणा के ढाबे में गाढ़ा... [...]

Necrotizing Fasciitis फ़िल्में देखने का शौक हम सभी को होता है और जब बात अंग्रेजी फिल्मों कि होती है तो शरीर में एक सिहरन सी दौड़ जाती है... [...]

रोज़ लगातार लिखते - लिखते शायद एक उलझन में पड़ गयी थी....ऐसा लगा मानो सब कुछ सिमट कर रह गया हो चंद लफ़्ज़ों में, सारे विचार सब कुछ यूँही दिल... [...]

ना-ना शीर्षक पढकर ये मत सोचियेगा कि यहाँ इस बेहतरीन नग्मे कि बात कि जा रही है है...यहाँ बात हो रही है राज्य के नाम पर हो रही अनसुलझी लड़ाई... [...]

corruption हमारे देश में भ्रष्टाचार हमेशा से ही मुख्य मुद्दा रहा है और अखबारों की सुर्खियाँ भी I जानकार मानते हैं के सबको खुद भ्रष्टाचार ... [...]